RBI Banking Rule 2024 : RBI बैंक की बड़ी खबर, बैंक में दो खाता रखने पर होगी यह कार्यवाही, जानिए पूरी जानकारी नमस्कार दोस्तों, आज के हमारे इस आर्टिकल में आपका स्वागत हैं। दोस्तों आज के समय में अधिकांश लोग एक से अधिक बैंक खाते रखते हैं। यह प्रवृत्ति अपने वित्तीय जीवन को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने की इच्छा से उपजी है। हाल ही में, भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने इस संबंध में कुछ नए नियम जारी किए हैं। यदि आपके पास भी एक से ज्यादा बैंक खाते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
विभिन्न प्रकार के बैंक खाते
- बैंक अपने ग्राहकों को कई प्रकार के खाते खोलने की सुविधा देते हैं:
- बचत खाता (सेविंग अकाउंट): यह सबसे लोकप्रिय खाता है, जिसमें ब्याज भी मिलता है।
- चालू खाता (करंट अकाउंट): व्यापारियों द्वारा अधिक उपयोग किया जाता है।
- वेतन खाता (सैलरी अकाउंट): नौकरीपेशा लोगों के लिए, जिसमें न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता नहीं होती।
- संयुक्त खाता (ज्वाइंट अकाउंट): दो या अधिक व्यक्तियों द्वारा साझा किया जाने वाला खाता।
आरबीआई के नए नियम
आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि कोई भी भारतीय नागरिक अपनी आवश्यकता के अनुसार असीमित संख्या में बैंक खाते खोल सकता है। हालांकि, नए नियमों के अनुसार:
- न्यूनतम शेष राशि: प्रत्येक खाते में न्यूनतम मासिक शेष राशि बनाए रखनी होगी।
- जुर्माना: न्यूनतम शेष राशि न रखने पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है।
- सिबिल स्कोर: यह नियम आपके सिबिल स्कोर को प्रभावित कर सकता है।
- बैंकिंग शुल्क: कई खातों के कारण अधिक बैंकिंग शुल्क देना पड़ सकता है।
- आयकर रिटर्न: विभिन्न खातों से आय का हिसाब रखना जटिल हो सकता है।
बहु-बैंक खातों के फायदे
- विभिन्न उद्देश्य: अलग-अलग खाते बचत, निवेश, व्यवसाय आदि के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
- जोखिम का बंटवारा: सभी पैसे एक ही बैंक में न रखकर जोखिम को कम किया जा सकता है।
- विविध सेवाएं: विभिन्न बैंकों की विशेष सुविधाओं का लाभ उठाया जा सकता है।
बहु-बैंक खातों के नुकसान
- प्रबंधन की चुनौती: कई खातों को ट्रैक करना मुश्किल हो सकता है।
- अतिरिक्त शुल्क: विभिन्न बैंकों में न्यूनतम बैलेंस और अन्य शुल्क देने पड़ सकते हैं।
- कर संबंधी जटिलताएं: कई खातों से आय का हिसाब रखना और कर रिटर्न भरना जटिल हो सकता है।
सावधानियां और सुझाव
- नियमित निगरानी: सभी खातों की नियमित जांच करें।
- न्यूनतम बैलेंस: हर खाते में आवश्यक न्यूनतम राशि बनाए रखें।
- अनावश्यक खाते बंद करें: जो खाते जरूरी नहीं हैं, उन्हें बंद कर दें।
- सुरक्षा: ऑनलाइन बैंकिंग के लिए मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
- अपडेट रहें: बैंकों के नियमों और शुल्क में बदलाव पर नज़र रखें।
कानूनी अनुपालन
- सभी खातों को कानूनी रूप से बनाए रखना आवश्यक है।
- प्रत्येक खाते के लिए केवाईसी (Know Your Customer) नियमों का पालन करना अनिवार्य है।
- सभी खातों से होने वाली आय का सही हिसाब रखें और उसे आयकर रिटर्न में घोषित करें।
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